Jet Engine से जुड़ी सारे कंफ्यूजन दूर हो जायेंगे !


Jet Engine से जुड़ी सारे कंफ्यूजन दूर हो जायेंगे !

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है Vikash Dangi और आप पढ़ रहे हैं मेरा ब्लॉग OFIREBOL लोगो के अंदर जेट इंजन से जुड़े बहुत सारे कंफ्यूजन होते है तो मैं आपके सारे कंफ्यूजन को दूर करने वाला हूं 

दोस्तों यह बात तो सभी जानते हैं कि जेट इंजन में एक फैन लगा होता है जिसके घूमने से ढेर सारे हवा होता है यह एयर कंप्रेसर चेंबर में जाता है जहां हेयर को कंप्रेस किया जाता है इसके बाद किसे कंबशन चेंबर में भेजा जाता है कंबशन चेंबर में नोजल के जरिए फूल और एयर को मिक्स करके किया जाता है और फ्यूल बंद हो जाता है इसके बाद एग्जास्ट गैस टरबाइन से होते हुए बाहर निकल जाता है लेकिन यहां पर बहुत से लोगों को इस बात में कंफ्यूजन होता है कि आखिर जेट इंजन के सारे फैंस रोटेट कैसे करते हैं फॉर एग्जांपल जेट इंजन चैन को घूमना पड़ेगा तभी वह एयर कंप्रेस कर सकता है ठीक उसी तरह से कंप्रेशर में बहुत सारे फैन होते हैं उन फैंस को भी घूमना पड़ेगा तभी वह एयर को कंप्रेस्ड कर सकता है तो आखिर के फैंस घूमते कहते हैं क्या इन्फ्रेंस को घुमाने के लिए जेट इंजन में कोई एक्सटर्नल मोटर लगा होता है इसे समझने के लिए हमें जेट इंजन को शुरू से समझना पड़ेगा पायलट एक बैटरी की एक्सप्लेन के पिछले हिस्से में लगे एपीओ यानी की सैलरी पावर यूनिट को स्टार्ट करता है ए फ़्यू बेसिकली एक छोटा सा जेट इंजन होता है जो हाईली प्रेशराइज कैसे जनरेट करता है एग्जॉस्ट की रुपए गैस का इस्तेमाल मैन जेट इंजन के टरबाइन को रोटेट करने में किया जाता है क्योंकि टरबाइन का रोड कनेक्टेड होता है जेट इंजन के फैन और कंप्रेसर थे टरबाइन के रोटेट होने से जेट इंजन का फैन और कंपटीशन में लगे सारे फैंस रोटेट होने लगते हैं यानी कि जिस वक्त एपीओ टरबाइन को रोटेट कर रहा होता है ठीक उसी समय जेट इंजन का फैन और कंप्रेस कर भी घूम रहा होता है जिसके कारण से अब तक होकर कंप्रेस हो रहा होता है इसके बाद यह कंबशन चेंबर में जाता है जहां पर एयर और फ्यूल को मिक्स करके स्प्रे किया जाता है बेर की अधिकतम प्रेस होने से प्रेशर और टेंपरेचर 8 से 10 गुना बढ़ जाता है और फ्यूल के अप्रूव होने के बाद जून में आग लग जाती है या यूं कहें कि कंबशन चेंबर में एक जोरदार फुट होता है और हॉट गैस के रूप में ढेर सारा एनर्जी जनरेट होता है इस हॉट गैस में सारा का सारा कंप्रेस्ड एयर टरबाइन से होते हुए बाहर निकलने लगता है जिससे कि टरबाइन घूमने लगता है और हम जानते हैं कि टरबाइन का रोड कनेक्टेड होता है ट्रेन और कंप्रेसर से इसका मतलब जिस पथ वॉटर टरबाइन को घुमाते हुए बाहर निकल रहा होता है ठीक उसी वक्त फिर से अलग होकर कंप्रेस हो रहा होता है इसके बाद फिर से सूरज प्रेम होता है और फिर से टरबाइन से होते हुए हॉट गैस बाहर निकल जाता है !

Post a Comment

0 Comments